Sanskrit Shlok:
सुखार्थिनः कुतो विद्या नास्ति विद्यार्थिनः सुखम्।
सुखार्थी वा त्यजेद्विद्यां विद्यार्थी वा त्यजेत्सुखम्॥
Transliteration:
sukhārthinaḥ kuto vidyā nāsti vidyārthinaḥ sukham।
sukhārthī vā tyajedvidyāṃ vidyārthī vā tyajetsukham॥
English Translation:
There is no knowledge for the seekers of comfort, and no comfort for the seekers of knowledge. A seeker of comfort should give up knowledge, and a seeker of knowledge should give up comfort.
काकचेष्टो बकध्यानी श्वाननिद्रस्तथैव च।
अल्पाहारी गृहत्यागी, विद्यार्थी पञ्चलक्षणः॥
कौए की तरह चेष्टावान्, बगुले की तरह ध्यान मग्नता तथा कुत्ते जैसी निद्रा (अर्थात् नींद में भी सावधान), स्वल्प (कम) आहार करने वाला तथा घर का त्याग करने वाला-इस प्रकार विद्यार्थी के ये पाँच लक्षण होते हैं।